first case omicron in delhi |
भारत में कर्नाटक, महाराष्ट्र, गुजरात और दिल्ली के कुल 5 लोगों में पाया गया Covid-19 का नया वेरिएंट ओमीक्रॉन, सावधनी है बचाव की बेहतर 'दवा'
Bharat Newsshala, 5 Dec,
2021
देश में ओमीक्रॉन (Omicron variant ) के मामले लगातार सामने आने
लगे हैं। कर्नाटक, महाराष्ट्र, गुजरात के बाद अब दिल्ली (Delhi) में भी ओमीक्रॉन
वेरिएंट का पहला मामला रविवार को सामने आया। इसे मिलाकर देश में इस वेरिएंट के कुल
मामलों की संख्या 5 हो गई है।
दिल्ली में ओमीक्रॉन से पीड़ित मरीज तंजानिया से
लौटा था। फिलहाल उसे एलएनजेपी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। दिल्ली
के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन (Satyendar Jain) के मुताबिक, पिछले कुछ दिनों में देश के बाहर से दिल्ली पहुंचे लगभग 17 लोगों को कोविड-19 (covid-19) से संक्रमित पाए
जाने के बाद एलएनजेपी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। साथ ही उनके सैंपल्स को जीनोम सीक्वेंसिंग (genome sequencing) के लिए भेजा गया है। ओमीक्रॉन से संक्रमित होने के शक को चलते शनिवार शाम तक दूसरे देशों से लौटे 13 लोगों को
एलएनजेपी (LNJP) अस्पताल के आइसोलेशन वॉर्ड में भर्ती कराया गया था। उनमें से एक व्यक्ति
तंजानिया से तो बाकी यूरोप, अमेरिका व अन्य देशों से हैं। तंजानिया (Tanzania) से लौटे शख्स में इस नए वेरिएंट ओमीक्रॉन की पुष्टि
हुई है।
इस हफ्ते की शुरुआत में ओमीक्रॉन के 2 केस कर्नाटक में मिले थे, जबकि इनके बाद
महाराष्ट्र के मुंबई और गुजरात के जामनगर में मामले सामने आए। देश में ओमीक्रॉन का पहला
मामला आते ही सरकार ने कहा था कि इस समय जागरूकता सबसे
ज्यादा जरूरी
है। वहीं इस
मामले में डब्ल्यूएचओ
(WHO) की सलाह भी यही है कि मौजूदा वक्त में फेस मास्क का उपयोग, भीड़-भाड़ वाली जगहों से बचना, सोशल
डिस्टेंसिंग का पालन करना और हाथों को समय-समय
पर साफ
करने से ही कोरोना के ओमाक्रॉन
समेत अन्य वेरिएंट बचा जा सकता है।
देशभर के अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डों में ऐसे देशों के सभी यात्रियों की
गहन जांच और परीक्षण किया जा रहा है, जहां ओमीक्रॉन वेरिएंट के
मामले देखने को मिल रहे हैं। केंद्र के दिशा-निर्देशों के तहत ऐसे देशों से
आने वाले सभी यात्रियों को आरटी-पीसीआर परीक्षण कराना होगा। रिपोर्ट
निगेटिव आने के बाद ही उन्हें एयरपोर्ट से बाहर जाने दिया जा रहा है।
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तेज और बड़ी संख्या में म्यूटेट होने वाला वैरिएंट है आमीक्रॉन - WHO
कोरोना
के ओमीक्रॉन वेरिएंट के सामने आने के बाद से ही विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organization) ने चेतवनी दी
थी कि यह काफी तेज और बड़ी संख्या में म्यूटेट होने वाला है। इसी वजह से पूरी
दुनिया पर संक्रमण (Infection) का खतरा बढ़
गया है। डब्ल्यूएचओ ने 26 नवंबर को इसे
ओमीक्रॉन नाम दिया, जबकि इसका
वैज्ञानिक नाम B. 1.
1. 529 है।
पहली बार इसकी पहचान दक्षिण अफ्रीका (South Africa) में हुई। इसने पूरी तरह वैक्सीनेटेड लोगों को भी अपना शिकार
बनाया है। यह वेरिएंट आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता (Immunity) से लड़ने में पहले से ज्यादा सक्षम है। ऐसे
में WHO ने विश्वभर देशों से टीकाकरण में तेजी लाने और
आवश्यक स्वास्थ्य सेवाओं को बनाए रखने के लिए जरूरी योजनाओं को लागू करने का
आग्रह किया है।
वहीं दूसरी ओर शोधकर्ता अभी भी जांच कर रहे हैं कि
ओमाक्रॉन कितना खतरनाक है और क्या मौजूदा
वैक्सीन इसे
रोकने में कारगर हैं या नहीं। ऐसे
अब भी और आने वाले समय में भी फेस मास्क का उपयोग, भीड़-भाड़ वाली जगहों से बचना, सोशल
डिस्टेंसिंग का पालन करना और हाथों को समय-समय
पर साफ
करते रहना ही सबसे सटीक और सुरक्षित उपाय हैं।