Omicron knock in many countries, governments in panic |
साउथ अफ्रीक, यूरोप में तेजी से बढ़ रहे नए वेरिएंट के केस, भारत में भी एक दिन में 5 गुना बढ़े मामले
Bharat Newsshala, 7 December,
2021
कोरोना के नए वेरिएंट ओमीक्रॉन (Omicron) के खतरे से भारत ही नहीं अमेरिका, यूरोप, मिडल ईस्ट से लेकर अफ्रीकी देश की सरकारें दहशत में हैं। जहां भारत में रविवार सुबह तक ओमीक्रॉन वेरिएंट के केसों की संख्या 4 थी. जो सोमवार (6 दिसंबर) तक 21 पहुंच गई। तो वहीं पड़ोसी देशों से लेकर सात समंदर पार के देशों में भी इस वेरिएंट के मामलों में जबरदस्त बढ़ोतरी देखी जा रही है। यही वजह है कि कहीं लॉकडाउन लगाया जा रहा है तो कहीं अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों पर रोक लगा दी गई है।
ओमीक्रॉन का पहला केस पिछले महीने (नवंबर) की 24 तारीख को दक्षिण अफ्रीका (South Africa) में मिला था, जबकि दूसरा के बोत्सवाना (Botswana) में सामने आया था। इसके बारे में शुरुआती जानकारी यह भी मिली कि बोत्सवाना में दोनों वैक्सीन (Fully Vaccinated) लगवा चुके लोगों को भी इस वेरिएंट ने संक्रमित किया। यहां पर अब तक 183 से ज्यादा केस दर्ज हो चुके हैं। इतना ही नहीं इस वेरिएंट के सामने आने से पहले यह 32 बार म्यूटेट (Mutate) हो चुका है। बताया गया है कि डेल्टा (delta) वेरिएंट से यह 7 गुना तेजी से फैल रहा है। यही वजह है कि दुनियाभर के देशों में इसके मामलों में बढ़ोतरी देखी जा रही है। 26 नवंबर को विश्व स्वास्थय संगठन (WHO) ने इसे वेरिएंट ऑफ कनसर्न (Variant of Concern ) की श्रेणी में रखा था। 1 दिसंबर तक दुनिया के 29 देशों में इस वेरिएंट के 373 के सामने आ चुके थे। इनके बाद भारत 30वां देश था, जहां 2 दिसंबर को इस वेरिएंट के 2 मामले कर्नाटक में मिले। इसके बाद से देश में लगातार केस बढ़ते जा रहे हैं। यह वेरिएंट अब तक 40 से ज्यादा देशों में फैल चुका है।
भारत में 21 मामले अब तक सामने आए
भारत में ओमीक्रॉन ने 2
दिसंबर को दस्तक दी, जब कर्नाटक में इस वेरिएंट को दो मामले दर्ज किए गए। इसके बाद
रविवार सुबह तक मुंबई (महाराष्ट्र), जामनगर (गुजरात) और दिल्ली में मिले केसों को
मिलाकर 5 केस पूरे देश में थे। हालांकि अगले ही दिन तक इनकी संख्या 21 तक पहुंच
गई। नए मामलों में 9 जयपुर (राजस्थान) से तो 7 महाराष्ट्र में मिले। सभी का इलाज
चह रहा है साथ ही इन लोगों के संपर्क में आए लोगों को भी क्वारंटीन कर दिया गया
है। नए वेरिएंट के
प्रसार को रोकने के लिए सरकार ने पहले ही अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए सख्त नियम लागू कर दिए हैं। इस वैरिएंट के मरीज मिलने के बाद कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग बढ़ा दी गई है। साथ ही
राज्यों में भी अलर्ट जारी कर दिया गया है।
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एशिया रीजन के देशों में भी पड़े ओमीक्रॉन के कदम
थाईलैंड (Thailand) के एक स्वास्थ्य अधिकारी के
मुताबिक सोमवार (6 दिसंबर) को एक अमेरिकी नागरिक में
ओमीक्रॉन वेरिएंट की
पुष्टि हुई है, जो पिछले महीने के आखिर में स्पेन से आया था।
सतर्कता बरतते हुए थाईलैंड ने भी दिसंबर की शुरुआत में ही बोत्सवाना, इस्वातिनी, लेसोथो, मलावी, मोज़ाम्बिक, नामीबिया, दक्षिण अफ्रीका और
ज़िम्बाब्वे सहित आठ अफ्रीकी देशों
(African countries) के यात्रियों पर प्रतिबंध लगा दिया। तो
वहीं नेपाल (Nepal) में भी सोमवार
को ओमीक्रॉन के दो मामलों की पुष्टि हुई। दोनों
मरीजों में एक विदेशी यात्री है। स्वास्थ्य मंत्रालय के उप प्रवक्ता समीर अधिकारी
ने पत्रकारों को बताया
कि 71 वर्षीय नेपाली नागरिक और 66 वर्षीय
विदेशी नागरिक में ओमिक्रॉन से
संक्रमित होने की पुष्टि हुई है।
अमेरिका के 17 राज्यों में फैला नया वेरिएंट
1 दिसंबर को कैलिफोर्निया (California) में ओमीक्रॉन का पहला
केस दर्ज होने के बाद अमेरिका के कम से कम 17 राज्यों में इस वेरिएंट के मरीज मिले
हैं। अमेरिका के सेंट्रल फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (Centers for
Disease Control and Prevention) के डायरेक्टर रोशेल वोलेंस्की (Rochelle
Walensky) ने कहा कि आने वाले समय में मामले
बढ़ने की आशंका है। उन्होंने एबीसी न्यूज (ABC News) को दिए एक इंटरव्यू में बताया कि अमेरिका में दर्जनों केस ओमीक्रॉन वेरिएंट
के हैं। हम सभी केसों की बारीकी से जांच कर रहे हैं। हालांकि अमेरिकी राज्यों में
डेल्टा वेरिएंट अभी भी तनाव की वजह बना हुआ है और ज्यादातर कोरोना के मामले इससे
संबंधित हैं।
अफ्रीका के बाद यूरोप में सबसे ज्यादा मामले
यूरोपियन सेंटर फॉर
डिजीज प्रिवेंशन एंड कंट्रोल (European Centre
for Disease Prevention and Control) की मानें तो 16 यूरोपीय संघ
(EU) और
शेंगेन क्षेत्र (Schengen Area)
के
देशों में कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमीक्रॉन के केस मिले
हैं। साथ ही ज्यादातर मामलों में लोगों ने अफ्रीकी देशों की या तो
यात्रा
की या फिर कुछ ने अफ्रीका और यूरोप के बीच
अन्य स्थानों पर कनेक्टिंग उड़ानें ली हैं। नए वेरिएंट के
सामने आने के बाद दो दिन पहले (4 दिसंबर) तक 16 यूरोपीय संघ और शेंगेन क्षेत्र
के देशों में ओमीक्रॉन के कुल 109 मामलों का पता
चला है। हलांकि सबसे पहले दक्षिणी अफ्रीकी क्षेत्र से यात्रा
संबंधी प्रतिबंध लगाने वाले फ्रांस
(France), जर्मनी (Germany ), पुर्तगाल (Portugal) और डेनमार्क
(Denmark) जैसे देशों में अब तक ओमीक्रॉन के सबसे अधिक मामले
दर्ज
किए गए है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक, रविवार को ब्रिटेन (Britain) की स्वास्थ्य सुरक्षा एजेंसी ने ओमिक्रॉन के 86
अतिरिक्त मामलों की पुष्टि की। इन्हें मिलाकर कुल केस
की संख्या 246 हो गई। वहीं डेनमार्क में अधिकारियों ने ओमीक्रॉन के 183 मामलों की पुष्टि
की है।
मिडिल ईस्ट (Middle East) में भी है दहशत का माहौल
अब
तक केवल इज़राइल (Israel), सऊदी अरब (Saudi
Arab) और संयुक्त अरब अमीरात (UAE) में ओमीक्रॉन
के मामले दर्ज किए गए हैं, लेकिन इसकी दहशत के
बीच लेबनान (Lebanon) के स्वास्थ्य अधिकारियों ने 17
दिसंबर से उन लोगों के लिए रात के लॉकडाउन की घोषणा की है, जिन्हें वैक्सीन नहीं लगी
है या जिनके पास आरटीपीसीआर की ताजा निगेटिव रिपोर्ट नहीं है। कुल मिलाकर तीन सप्ताह तक ऐसे लोगों को शाम 7 बजे से
सुबह 6 बजे के बीच घर से बाहर निकलने की इजाजत नहीं होगी।
लेबनान के स्वास्थ्य मंत्री फिरस अबियाद ने बीते बुधवार को एक प्रेस
कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि नए प्रतिबंधों का उद्देश्य छुट्टियों के मौसम में लोगों के एक जगह इकट्ठा होने को सीमित करना है, क्योंकि पिछले साल क्रिसमस के वक्त पर संक्रमण की दर आसमान छू रही थी और तब
स्वास्थ्य सेवाएं चरमरा गई थी। इसके अलावा मिस्र, जॉर्डन, कुवैत, संयुक्त अरब अमीरात, ओमान और सऊदी अरब के देशों
ने दो दर्जन अफ्रीकी देशों से हवाई यात्रा को निलंबित कर दिया है। तो मोरक्को और इज़राइल ने अगले
दो सप्ताह के लिए आने वाली सभी अंतर्राष्ट्रीय वाणिज्यिक उड़ानों को भी निलंबित कर
दिया है।
कोरोना के इस नए वेरिएंट ओमीक्रॉन के खतरे से निपटने के लिए
विश्व के ज्यादातर देशों ने कड़े प्रतिबंधों को अपनाना शुरू कर दिया है। चाहे वह
रात का प्रतिबंष हो, अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों को बंद करना या फिर दूसरे उपाय। डब्ल्यूएचओ (WHO) ने
भी दुनिया के देशों से पूरी सतर्कता बरतने और जरूरी स्वास्थ्य सेवाओं को मुस्तैद
रखने का आह्वान किया है।
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