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अक्सर हेल्थ एक्सपर्ट ईयरफोन या ईयरबड्स की तेज आवाज को लेकर आगाह करते रहे हैं, लेकिन ताजा मामला और भी ज्यादा चौकाने वाला है। दरअसर, हाल ही में एक घटना में, एक महिला ने अपनी सुनने की क्षमता खो दी जब उसके Samsung Galaxy Buds FE में विस्फोट हो गया। इससे एक बार फिर से यह सवाल खड़ा हो गया कि क्या हमारी रोजमर्रा की डिजिटल डिवाइसेज कितनी सुरक्षित हैं? इस घटना ने उन लाखों लोगों के बीच चिंता पैदा कर दी है जो नियमित रूप से ईयरबड्स का उपयोग करते हैं।
क्या है पूरा मामला
Samsung के ईयरबड्स फटने की एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। तुर्की के एक शख्स ने दावा किया है कि उसकी गर्लफ्रेंड के कान में ईयरबड्स ब्लास्ट होने की वजह से सुनने की क्षमता खत्म हो गई. इस घटना ने पूरी दुनिया को टेंशन दे दिया है। बयाजित नाम की छात्र के पास Samsung S24 Ultra फोन था. इसके साथ इस्तेमाल करने के लिए उसने सैमसंग ईयरबड्स खरीदे। अनबॉक्सिंग के बाद उन्होंने उन्हें चार्ज नहीं किया क्योंकि ईयरबड्स में लगभग 36% बैटरी थी। नए ईयरबड्स होने के चलते उनकी गर्लफ्रेंड ज्यादा उत्साहित थीं। उन्होंने कान में ईयरबड्स लगा लिए, जिसके बाद इस्तेमाल करते समय एक ईयरबड उनके कान के अंदर फट गया, जिससे उसे सुनने की क्षमता परमानेंटली डैमेज हो गई.Someone in Turkey suffers permanent hearing loss after her Galaxy Buds FE suddenly exploded in her right ear.
— Alvin (@sondesix) September 24, 2024
And you know what Samsung offered? A replacement Galaxy Buds FE unit. 💀 pic.twitter.com/nsgnF6rCoN
ईयरबड्स का इस्तेमाल करते समय सावधानियां:
चार्जिंग के दौरान उपयोग से बचें: ईयरबड्स या किसी भी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस को चार्जिंग के दौरान इस्तेमाल करना खतरे को बढ़ा सकता है। कई बार चार्जिंग के दौरान डिवाइस में ओवरहीटिंग हो जाती है, जिससे ऐसी घटनाएं हो सकती हैं।कम वॉल्यूम में इस्तेमाल करें: ईयरबड्स को लंबे समय तक और तेज आवाज में इस्तेमाल करना न केवल कानों के लिए हानिकारक हो सकता है, बल्कि यह डिवाइस को अधिक गर्म कर सकता है। हमेशा वॉल्यूम मध्यम स्तर पर रखें और बहुत लंबे समय तक लगातार न सुनें।
ओरिजिनल चार्जर का इस्तेमाल करें: नकली या सस्ते चार्जर अक्सर वोल्टेज को ठीक से नियंत्रित नहीं कर पाते हैं, जिससे डिवाइस के अंदर बैटरी में ओवरचार्जिंग या शॉर्ट सर्किट की संभावना होती है। इसलिए, हमेशा ओरिजिनल चार्जर या ब्रांड द्वारा अनुशंसित चार्जर का ही उपयोग करें।
डिवाइस की तापमान जांचें: अगर आपका ईयरबड या चार्जिंग केस ज़्यादा गर्म हो रहा है, तो तुरंत उसका उपयोग बंद कर दें और ठंडा होने के बाद ही उसे फिर से इस्तेमाल करें। लगातार ओवरहीटिंग संकेत हो सकता है कि बैटरी में कोई समस्या है।
बैटरी की सेहत पर नज़र रखें: समय के साथ बैटरी की क्षमता कम होती जाती है। अगर आपके ईयरबड्स की बैटरी जल्दी खत्म हो रही है या चार्ज होने में दिक्कत हो रही है, तो इसे तुरंत बदलने या सर्विस सेंटर पर दिखाने की जरूरत हो सकती है।
ब्लूटूथ कनेक्शन पर ध्यान दें: ईयरबड्स के ब्लूटूथ कनेक्शन में कोई समस्या आ रही हो या बार-बार कनेक्शन टूट रहा हो, तो इसका मतलब हो सकता है कि डिवाइस में कोई तकनीकी खराबी है। इसे नज़रअंदाज़ न करें और किसी विशेषज्ञ से संपर्क करें।
लंबे समय तक इस्तेमाल से बचें: लगातार घंटों तक ईयरबड्स पहनना आपकी कानों की सेहत के लिए भी ठीक नहीं है। यह आपके कानों को थकान पहुंचा सकता है और साथ ही डिवाइस भी गर्म हो सकता है।
ईयरबड्स और बैटरी से जुड़ी सामान्य समस्याएं:
बैटरी की ओवरहीटिंग: अधिकांश ईयरबड्स लिथियम-आयन बैटरी पर काम करते हैं। अगर ये बैटरी खराब हो जाएं या ओवरचार्ज हो जाएं, तो ओवरहीटिंग और ब्लास्ट का खतरा बढ़ सकता है।
जल्दी डिस्चार्ज होना: अगर आपका ईयरबड चार्ज होने के बाद बहुत जल्दी डिस्चार्ज हो रहा है, तो यह बैटरी की समस्या हो सकती है और इसे तुरंत चेक कराना चाहिए।कानों की हेल्थ के लिए कितना जरूरी है इनका हाईजीन होना
कानों के स्वास्थ्य के लिए ईयरफोन और ईयरबड्स की हाईजीन बेहद महत्वपूर्ण है क्योंकि गंदे ईयरफोन से कई प्रकार के संक्रमण और समस्याएं हो सकती हैं। गंदे ईयरफोन पर बैक्टीरिया और मैल जमा हो सकता है, जो कानों में संक्रमण, खुजली, सूजन, और कान के अंदर फंगल इंफेक्शन का कारण बन सकता है। इसके अलावा, गंदगी से कान के मैल (ईयरवैक्स) का जमा होना बढ़ सकता है, जिससे सुनने की क्षमता प्रभावित हो सकती है।
गंदे ईयरफोन से नुकसान:
बैक्टीरियल और फंगल संक्रमण: गंदगी में मौजूद बैक्टीरिया और फंगस कान के भीतर संक्रमण फैला सकते हैं, जिससे दर्द और सूजन हो सकती है।
कान के मैल का जमाव: गंदगी के कारण ईयरवैक्स जमने लगता है, जिससे सुनने में दिक्कत हो सकती है और कभी-कभी कान बंद होने का एहसास हो सकता है।
एलर्जी और जलन: ईयरबड्स पर जमा गंदगी और पसीना कानों में खुजली, जलन, या एलर्जी जैसी समस्याएं पैदा कर सकता है।इससे कैसे बचा जा सकता है:
नियमित सफाई: ईयरफोन और ईयरबड्स को नियमित रूप से मुलायम कपड़े या एल्कोहल वाले पोंछे से साफ करें। इससे बैक्टीरिया और गंदगी दूर होती है।
इयर टिप्स बदलना: समय-समय पर इयर टिप्स को बदलें और सिलिकॉन या फोम वाले टिप्स को गर्म पानी से धोएं।ईयरफोन शेयर न करें: ईयरफोन को किसी के साथ साझा न करें, क्योंकि इससे बैक्टीरिया और संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ जाता है।
कानों की सफाई: ईयरफोन का इस्तेमाल करने से पहले और बाद में कानों को साफ रखें।
ईयरबड्स जैसे इलेक्ट्रॉनिक उपकरण हमारी जिंदगी को आसान बना रहे हैं, लेकिन इनके सही इस्तेमाल और देखभाल की जिम्मेदारी हमारी होती है। ईयरबड्स के इस्तेमाल में थोड़ी सी भी लापरवाही बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकती है। इसलिए, उपरोक्त सावधानियों का पालन करें और हमेशा अपनी सुरक्षा को प्राथमिकता दें। यह घटना एक चेतावनी है कि हमें तकनीक के साथ समझदारी और जिम्मेदारी से पेश आना चाहिए।