नवरात्रि के दौरान व्रत रखने से शरीर को डिटॉक्स करने का अवसर मिलता है, लेकिन सही तरीके से व्रत न रखने पर सेहत पर नकारात्मक प्रभाव भी पड़ सकते हैं। सेहतमंद तरीके से व्रत रखने के लिए डाइटीशियन और डॉक्टरों की कुछ सलाहें और सुझावों का पालन करना जरूरी है, खासकर अगर आप 9 दिनों तक व्रत रख रहे हैं।
सेहतमंद व्रत रखने के लिए एक्सपर्ट्स की राय:
संतुलित आहार: व्रत के दौरान सिर्फ फल, सब्जियाँ, साबूदाना, कुट्टू का आटा, सिंघाड़े का आटा आदि जैसे हल्के और सुपाच्य खाद्य पदार्थ खाएं। इससे शरीर को आवश्यक पोषक तत्व मिलते रहते हैं।हाइड्रेशन: भरपूर मात्रा में पानी, नारियल पानी, छाछ, और अन्य तरल पदार्थ लें ताकि शरीर हाइड्रेटेड रहे।
फाइबर का सेवन: फल और सब्जियों में फाइबर होता है, जो पाचन में मदद करता है और शरीर को जरूरी ऊर्जा देता है।
ग्लूटेन-फ्री विकल्प: यदि कुट्टू या सिंघाड़े का आटा खा रहे हैं, तो ध्यान रखें कि ये ग्लूटेन-फ्री होते हैं और आसानी से पचने वाले होते हैं।
कम तेल-मसाले: तलाभुना खाने से बचें और कम मसाले वाला खाना खाएं, ताकि पाचन तंत्र पर अधिक भार न पड़े।
प्रोटीन का ध्यान: व्रत में प्रोटीन की कमी हो सकती है, इसलिए मूंगफली, दूध, पनीर या व्रत में खाए जाने वाले अन्य प्रोटीन समृद्ध आहार को शामिल करें।
गंभीर बीमारियों से पीड़ित और प्रेग्नेंट महिलाए क्या रखें ध्यान :
डॉक्टरों का सुझाव है कि यदि किसी को डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, हार्ट डिजीज, किडनी संबंधित समस्याएं, या किसी अन्य गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं, तो उन्हें लंबा व्रत रखने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए। ये लोग व्रत के दौरान ब्लड शुगर और ब्लड प्रेशर की मॉनिटरिंग कर सकते हैं और डॉक्टर की सलाह के अनुसार भोजन कर सकते हैं। वहीं गर्भवती महिलाओं के लिए लंबा उपवास या सीमित आहार चुनने से पहले डॉक्टर से परामर्श करना बहुत जरूरी है। गर्भावस्था के दौरान लंबे समय तक भूखा रहना उचित नहीं है। नियमित अंतराल पर पौष्टिक भोजन करें, ताकि आपके शरीर को आवश्यक पोषक तत्व मिलते रहें और बच्चे का विकास सही तरीके से हो सके।
लिक्विड डाइट पर व्रत रखने वालों के लिए सुझाव:
कैलोरी का ध्यान: केवल तरल पदार्थ लेने से शरीर को कम कैलोरी मिलती है। ऐसे में नारियल पानी, फलों के जूस, सूप और छाछ का सेवन करें, जो कैलोरी और पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं।इलेक्ट्रोलाइट संतुलन: व्रत के दौरान शरीर से इलेक्ट्रोलाइट्स की कमी हो सकती है, जिससे कमजोरी महसूस हो सकती है। इसके लिए नमक और चीनी का हल्का घोल, नारियल पानी या नींबू पानी लें।
बार-बार सेवन: अगर सिर्फ लिक्विड डाइट ले रहे हैं, तो थोड़े-थोड़े अंतराल पर कुछ तरल पदार्थ जरूर लें, ताकि ऊर्जा का स्तर बना रहे।
व्रत के दौरान डाइट प्लान (9 दिन):
सुबह: नारियल पानी, नींबू पानी या छाछ।मिड मॉर्निंग: फल जैसे पपीता, सेब, केला या मौसमी फल।
दोपहर का भोजन: कुट्टू या सिंघाड़े के आटे से बनी रोटी, साथ में उबली हुई सब्जियां या आलू की सब्जी।
शाम का नाश्ता: भुने हुए मखाने या मूंगफली, फलों का सलाद।
रात का भोजन: साबूदाना खिचड़ी, साथ में दही या लौकी की सब्जी।
सोने से पहले: दूध या कोई हल्का तरल पदार्थ।
इन सुझावों का पालन करने से व्रत के दौरान आपकी सेहत बनी रहेगी और शरीर को आवश्यक पोषण भी मिलता रहेगा।
नमक न खाने वालों के लिए एक्सपर्ट की सलाह:
सेंधा नमक का विकल्प: यदि आप सामान्य नमक (सोडियम क्लोराइड) नहीं खाते हैं, तो आप सेंधा नमक (रॉक सॉल्ट) का उपयोग कर सकते हैं। यह व्रत के दौरान मान्य होता है और इसमें कुछ खनिज होते हैं, जो शरीर के इलेक्ट्रोलाइट बैलेंस को बनाए रखने में मदद करते हैं।
इलेक्ट्रोलाइट संतुलन: नमक से शरीर को सोडियम मिलता है, जो शरीर में पानी और इलेक्ट्रोलाइट्स के संतुलन के लिए महत्वपूर्ण है। बिना नमक के लंबे समय तक व्रत रखने से इलेक्ट्रोलाइट असंतुलन हो सकता है, जिससे थकान, सिरदर्द, चक्कर आना और कमजोरी जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इसे रोकने के लिए पर्याप्त मात्रा में नारियल पानी, नींबू पानी, और तरल पदार्थ लें, जिनमें प्राकृतिक रूप से इलेक्ट्रोलाइट्स होते हैं।पोटेशियम युक्त आहार: नमक न खाने से सोडियम की कमी हो सकती है, लेकिन इसे पोटेशियम युक्त आहार के माध्यम से संतुलित किया जा सकता है। केला, नारियल पानी, शकरकंद, और पालक जैसे खाद्य पदार्थ पोटेशियम से भरपूर होते हैं, जो शरीर में इलेक्ट्रोलाइट संतुलन बनाए रखते हैं।
तरल पदार्थों का सेवन: बिना नमक के व्रत के दौरान डिहाइड्रेशन की संभावना बढ़ जाती है। इसलिए अधिक से अधिक पानी, नारियल पानी, छाछ और फलों के जूस का सेवन करें।
खट्टे फल: संतरा, नींबू और मौसमी जैसे खट्टे फलों का सेवन करें। ये न केवल हाइड्रेशन में मदद करते हैं बल्कि शरीर को विटामिन C भी प्रदान करते हैं, जो ऊर्जा बनाए रखने में सहायक होता है।
थोड़ी-थोड़ी मात्रा में भोजन: बिना नमक के व्रत में भूखे रहना शरीर के लिए नुकसानदायक हो सकता है। इसलिए समय-समय पर फल, मखाने, मूंगफली, दही आदि लें ताकि शरीर को ऊर्जा मिलती रहे और कमजोरी महसूस न हो।
विशेष सावधानियां:
ब्लड प्रेशर के मरीज: जिन लोगों को लो ब्लड प्रेशर की समस्या है, उन्हें बिना नमक के व्रत करने से पहले डॉक्टर की सलाह अवश्य लेनी चाहिए, क्योंकि सोडियम की कमी ब्लड प्रेशर को और कम कर सकती है।डिहाइड्रेशन से बचाव: अगर आप व्रत के दौरान नमक नहीं खा रहे हैं, तो खुद को डिहाइड्रेट होने से बचाने के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी और तरल पदार्थों का सेवन जरूरी है।
बिना नमक के डाइट प्लान:
सुबह: नारियल पानी या नींबू पानी।शाम का नाश्ता: भुने हुए मखाने या मूंगफली।
रात का भोजन: साबूदाना खिचड़ी बिना नमक के, साथ में दही।
बिना नमक के व्रत रखते समय इन सुझावों का पालन करने से आपकी सेहत सही बनी रहेगी, और आपको व्रत करने के दौरान कमजोरी या थकान महसूस नहीं होगी।
व्रत खत्म होने के बाद डाइट को लेकर टिप्स:
धीरे-धीरे भोजन की मात्रा बढ़ाएं: पहले दिन हल्के भोजन से शुरुआत करें और धीरे-धीरे अपने नियमित भोजन की मात्रा बढ़ाएं। इससे आपका पाचन तंत्र आराम से एडजस्ट कर पाएगा।
भारी और तैलीय भोजन से बचें: पहले दिन तला-भुना और मसालेदार भोजन न करें। इससे पेट में भारीपन, एसिडिटी और अपच की समस्या हो सकती है।फाइबर और प्रोटीन युक्त भोजन: धीरे-धीरे फाइबर और प्रोटीन युक्त भोजन लें जैसे कि दाल, सब्जियाँ, फल, और हल्का पनीर या छाछ। इससे आपका पाचन दुरुस्त रहेगा।
छोटे-छोटे अंतराल पर भोजन: पूरे दिन में थोड़े-थोड़े अंतराल पर हल्का भोजन करें, जिससे शरीर को लगातार पोषण मिलता रहे और ऊर्जा बनी रहे।
तरल पदार्थों का सेवन बढ़ाएं: नारियल पानी, छाछ, सूप, नींबू पानी जैसे हाइड्रेटिंग ड्रिंक्स का सेवन जारी रखें। ये आपके शरीर को पोषण देने के साथ-साथ पाचन में भी मदद करेंगे।
हल्का और सुपाच्य खाना खाएं: खिचड़ी, ओट्स, दलिया, सूप, और सादी सब्जियाँ पहले दिन के लिए बेहतरीन विकल्प हैं।
डिस्क्लेमर: इस लेख में दी गई जानकारी सामान्य स्वास्थ्य संबंधी सुझावों पर आधारित है और यह किसी चिकित्सा विशेषज्ञ की व्यक्तिगत सलाह का विकल्प नहीं है। व्रत रखने से पहले, खासकर यदि आप किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं या नियमित दवाओं का सेवन कर रहे हैं, तो अपने डॉक्टर या डाइटीशियन से परामर्श अवश्य करें।