दिल्ली में प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ रहा है, और अब इसका असर केवल बाहर की हवा तक सीमित नहीं है। घरों के अंदर की हवा भी प्रदूषित हो रही है। डॉक्टरों और विशेषज्ञों का कहना है कि इनडोर प्रदूषण के चलते सांस के मरीज, बुजुर्ग और छोटे बच्चे घर में रहकर भी बीमार हो रहे हैं। ऐसे में इनडोर एयर क्वालिटी बनाए रखना बेहद जरूरी हो गया है। आइए जानते हैं इसके लिए घरेलू उपाय, इनडोर प्लांट्स की भूमिका और आयुर्वेदिक सुझाव।
घर के अंदर की हवा को स्वच्छ रखने के घरेलू उपाय
हवादार घर सुनिश्चित करें
खिड़कियां और वेंटिलेशन सिस्टम नियमित रूप से खोलें, लेकिन जब बाहर का प्रदूषण ज्यादा हो, तब इन्हें बंद रखें।नमी का ध्यान रखें
घर में नमी का स्तर 30-50% के बीच रखें।
बहुत ज्यादा नमी से फंगल संक्रमण हो सकता है।
रसोई और बाथरूम का ध्यान
खाना पकाते समय चिमनी या एग्जॉस्ट फैन का उपयोग करें।
बाथरूम में वेंटिलेशन का ध्यान रखें ताकि सीलन और फंगस से बचा जा सके।
साफ-सफाई पर ध्यान दें
धूल-मिट्टी साफ करने के लिए माइक्रोफाइबर कपड़े का उपयोग करें।
नियमित रूप से झाड़ू-पोछा लगाएं और वैक्यूम क्लीनर का इस्तेमाल करें।
इनडोर प्लांट्स की भूमिका
इनडोर प्लांट्स घर की हवा को स्वच्छ और ताजगी भरी रखने में मदद करते हैं। NASA के एक अध्ययन के अनुसार, कुछ प्लांट्स हवा से टॉक्सिक तत्व जैसे फॉर्मल्डिहाइड, बेंजीन और कार्बन मोनोऑक्साइड को हटाने में सहायक होते हैं।
मददगार इनडोर प्लांट्स:
स्नेक प्लांट (Snake Plant)
रात में भी ऑक्सीजन देता है और वायु में मौजूद विषाक्त गैसों को कम करता है।
एलोवेरा (Aloe Vera)
पीस लिली (Peace Lily)
मनी प्लांट (Money Plant)
स्पाइडर प्लांट (Spider Plant)
आयुर्वेदिक उपाय
आयुर्वेद में घर की हवा को शुद्ध और सकारात्मक ऊर्जा से भरने के लिए कुछ विशेष उपाय सुझाए गए हैं:
हर्बल कैंडल्स और डिफ्यूजर
तुलसी, लेमनग्रास या लैवेंडर तेल वाले डिफ्यूजर का उपयोग करें।तुलसी का पौधा लगाएं
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एक्सपर्ट की राय
डॉ. अंशु मलिक, पल्मोनोलॉजिस्ट, का कहना है कि इनडोर वायु प्रदूषण को कम करने के लिए घर की साफ-सफाई, वेंटिलेशन और पौधों का सही उपयोग बेहद जरूरी है। जो लोग सांस की समस्या से जूझ रहे हैं, उन्हें नियमित रूप से एयर प्यूरीफायर का इस्तेमाल करना चाहिए और खिड़कियां बाहर के प्रदूषण के समय बंद रखनी चाहिए।
निष्कर्ष
एक्सपर्ट की राय
डॉ. अंशु मलिक, पल्मोनोलॉजिस्ट, का कहना है कि इनडोर वायु प्रदूषण को कम करने के लिए घर की साफ-सफाई, वेंटिलेशन और पौधों का सही उपयोग बेहद जरूरी है। जो लोग सांस की समस्या से जूझ रहे हैं, उन्हें नियमित रूप से एयर प्यूरीफायर का इस्तेमाल करना चाहिए और खिड़कियां बाहर के प्रदूषण के समय बंद रखनी चाहिए।
दिल्ली जैसे शहरों में बढ़ते प्रदूषण के बीच इनडोर एयर क्वालिटी को बेहतर बनाए रखना बेहद जरूरी है। नियमित साफ-सफाई, सही इनडोर प्लांट्स और आयुर्वेदिक उपायों के जरिए आप अपने घर को एक स्वस्थ वातावरण में बदल सकते हैं। इसके साथ ही, बुजुर्गों और बच्चों का विशेष ध्यान रखें और जरूरत पड़ने पर डॉक्टर से सलाह लें।